Thursday, March 19, 2009

जोगीरा सा रा रा रा, कबीरा आ रा रा रा

Jogira Sa Ra Ra Ra, Kabira Aa Ra Ra Ra

जोगीरा सा रा रा रा, कबीरा आ रा रा रा

होली खेले ब्रज गईनी, ब्रज में दिखे न कोय
फागुन महिनवा आ गईल, सबुनवा लगावे न कोय
रंग के ऊपर रंग चढ़े, अंग-अंग संग भिगोय
फगुवा फेरु आ गईल, जोगीरा लगे जैसे जंग होय ||
जोगीरा सा रा रा रा, कबीरा आ रा रा रा.....

पूस-अघन ना हम देखनी, ना कवनो कार्तिक-कुआर
साल भर में जमा कईनी, दुसमन दस हजार
कहीं बोली चले कहीं गोली, सबके लगे हथियार
फगुवा फेरु आ गईल, जोगीरा दुश्मनो लागे जैसन यार ||
जोगीरा सा रा रा रा, कबीरा आ रा रा रा.....

होलिका पाछे मल्किन पहिले, जलके भइली राख
खीस चढ़ल नकवा तक, दिखवली आपन आँख
हथवा-गोड़वा दुनो जोड्लन, मालिक मनव्लन बनवास
फगुवा फेरु आ गईल, जोगीरा पुआ से टूटल उपवास ||
जोगीरा सा रा रा रा, कबीरा आ रा रा रा.....

सयान बेटवा के मति भईल भ्रष्ट, घरे मचावे उत्पात
इज्जत माटी में मिला गईल, सुने ना बडन के बात
उल्टा-सीधा सवाल करे, समझे अपना के बाप
फगुवा फेरु आ गईल, जोगीरा भंगवा से होखी इलाज ||
जोगीरा सा रा रा रा, कबीरा आ रा रा रा.....

लछमी आवेली समय से, ना अइहें लौट के सौ बार
जमा-पूँजी-खर्चा के हिसाब, लोगवा करे दिनवा में चर-चर बार
रीसेशन आईल राशन बिकायिल, मनई कैसे चलायी आपन घर-बार
फगुवा फेरु आ गईल, जोगीरा पैसा के होली ना खेल अबकी बार ||
जोगीरा सा रा रा रा, कबीरा आ रा रा रा.....

सैयाँ गइलन बिदेस पहुंचाके सजनी के मन के ठेस
टूटल-फूटल इंग्लिस सीखके, फोनवा पर झाड़स उपदेश
सूट-बूट आ जूता पहिरस, रहलन गाँव के गोबर-गनेस
फगुवा फेरु आ गईल, जोगीरा जहजिया कब लौटी आपन देस ||
जोगीरा सा रा रा रा, कबीरा आ रा रा रा.....

अबीर-गुलाल रंग छुट जाय, मन के चोट ना मिटे
तनवा धोवत उमिर बीत जाय, पाप तब्बो रहल लिपटे
अपना खातिर सभे जिए, औरन खातिर जिएवाला मिले
फगुवा फेरु आ गईल, जोगीरा अमर जुग तक नाम रहे ||
जोगीरा सा रा रा रा, कबीरा आ रा रा रा.....


Sailesh Mishra
Dallas, TX USA

BANA - www.Bhojpuri.us
BEN - www.BhojpuriExpress.com
BHAI - www.BhojpuriIndia.org

शैलेश मिश्र
डैलस, टेक्सास
१४ मार्च २००९

http://www.bhojpuriexpress.com/forum/topics/jogira-sa-ra-ra-ra-kabira-aa

2 Comments:

At 9:33 PM , Blogger Brajmohan Kumar said...

kya baat hai, bas maza aa gaya.
holi ki shubhkaamnayen aur jogira saa raa raa raa :))

 
At 8:24 AM , Blogger Om Prakash Singh said...

Dear Shailesh Ji,

My name is Om Prakash , founding director of bhojpurinama and V3Mobi Communications pvt ltd.
I am launching bhojpurinama on 8th of march 2013.
Read ur poems and to connect with you.
My mail id is om@v3mobi.com , you can track bhojpurinama over FB.
Regards,
Om

 

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