जब ज़माना बदले लगे, त पश्चिमी सभ्यता के दोष बा?
ज़माना बदले लगे, त पश्चिमी सभ्यता के दोष बा?
साडी के जगह जींस लेलस, धोती के जगह बरमुडा
छोट बाल आ फ़िल्मी चाल, फैशन चलल बाल मांगमुडा
कुँवारी के कवनो सीमा ना, ना सुहागिन के माथे सिन्दूर बा
जब ज़माना बदले लगे, त पश्चिमी सभ्यता के दोष बा...?
इन्टरनेट कनेक्शन मिल गईल, दुनिया के हर दुआर खुल गईल
चैटिंग संस्कार नया परम्परा भईल, डेटिंग सभ्यता संगे आ गईल
ना सरकार के जोश बा, ना मनई के आपन होश बा
जब लोग गलती करे, त पश्चिमी सभ्यता के दोष बा...?
अमेरिकन आइडल के नक़ल भईल, इंडियन आइडल शुरु भईल
इंग्लिश काउंटी क्रिकेट से भी आगे, आई.पी.एल के रफ़्तार बा
बैठे-बैठल फटाफट पैसा मिले, इहे सबके अंदरूनी सोच बा
जब गलत असर दिखे लगे, त पश्चिमी सभ्यता के दोष बा...?
बियाह कानून बदल गईल, गेय-लेस्बियन दंपत्ति भईल
लोग खूब नारा लगावल, संविधान के धारा हटावे के बा
चोरी-छिपे सब होत रहे, समर्थन आ विरोध के ढोंग बा
जब सम्हार में ना आवे, त पश्चिमी सभ्यता के दोष बा...?
सभ्यता-संस्कार चिरई ना हवे, पाँख लगा के कहीं पहुँच जाई
दूर के ढोल सुहावना लगे, आपन बोली-भाषा-संस्कार कहाँ टिक पायी
देश-बिदेस देखलन शैलेश त बुझलन अपने सिक्का में खोट बा
जब दोसर कवनो बहाना ना मिले, त पश्चिमी सभ्यता के दोष बा...!!
शैलेश मिश्र
(बलिया, उ.प्र / अमेरिका)
जुलाई ७, २००९
http://www.bhojpuriexpress.com/forum/topics/2145983:Topic:52310
2 Comments:
ka baat ba mishra ji rauva ta aajkal bada sajdhaj ke rahtani,kahi najar na laga jave...Raur Saneh Me
Very Nice poem shailesh jee !! and your usage of the native bhojpuri tongue has made the expression more sensible !! good work bro
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